गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पोषणयुक्त आहार लेना बहुत महत्वपूर्ण होता है। अगर मां गर्भावस्था के दौरान इस बारे में ध्यान देती हैं, तो उनका शिशु गर्भावस्था के दौरान ही सही पोषण प्राप्त कर सकता है, जिससे बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास सही ढंग से होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान डॉक्टर्स बच्चे के सही विकास के लिए मां को अंडे खाने की सलाह देते हैं, इसे ध्यान में रखना चाहिए।
हाल ही में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने गर्भ में ही बच्चे के आईक्यू लेवल को विकसित करने के कारकों को पहचाना है। मां का यह काम भी बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है, जब वह बच्चे के आईक्यू को बढ़ाने का इरादा करती है। इसके लिए मां को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- आवाज का प्रभाव मां की आवाज में सुकून भरे गीत और कविताएं सुनने बच्चे के लिए बहुत फायदेमंद हो सकते हैं। यह बच्चे के मस्तिष्क को तेजी से विकसित कर सकता है।
- सही आहार गर्भावस्था के दौरान सही आहार बच्चे के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। ओमेगा-3 युक्त आहार भी बच्चे के मानसिक विकास को सहायक हो सकता है।
- पर्यावरणीय कारकों का प्रभाव मां की छुअन और पर्यावरणीय कारकों का प्रभाव भी बच्चे के मानसिक विकास पर पड़ता है।
- तनाव से बचाव मां को तनाव से दूर रहने का प्रयास करना चाहिए, क्योंकि यह बच्चे के लिए भी फायदेमंद होता है।
- बुरी आदतों का त्याग गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान और नशे का सेवन बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए इन बुरी आदतों को छोड़ देना बेहद महत्वपूर्ण होता है।
गर्भावस्था के दौरान सोते समय निम्नलिखित 7 बातों का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है:
- सोते समय बाई और करवट लेना: गर्भावस्था के दौरान बाई और करवट लेकर सोना अधिक उचित होता है, क्योंकि इससे साँस लेने में कोई तकलीफ नहीं होती।
- मुँह के बल पर न सोना: मुँह के बल पर सोने से पेट पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे बच्चे को हानि हो सकती है।
- योगा का प्रयास: गर्भावस्था के दौरान योगा करने से बच्चे और माँ का मानसिक और शारीरिक विकास अच्छा होता है, और परिवार के सदस्यों को भी माँ और बच्चे का ख्याल रखना चाहिए।
- भारी सामान से बचें: गर्भावस्था के दौरान भारी सामान नहीं उठाना चाहिए, क्योंकि इससे गर्भपात की संभावना बढ़ सकती है।
- खानपान का सही ध्यान: गर्भवती महिलाओं को अच्छा आहार खिलाना बहुत महत्वपूर्ण है, और विटामिन C और केसर के साथ संतरा और संतुलित आहार बच्चे के विकास के लिए फायदेमंद होता है।
- चाय और कॉफी से परहेज: बच्चे के गोर रंग के लिए चाय और कॉफी की मात्रा कम करना चाहिए।
- आराम करवाना: गर्भवती महिलाओं को आराम करवाना और कम काम करवाना चाहिए, ताकि बच्चे को कोई परेशानी नहीं हो।
कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर और सबसे आम पूछे जाने वाले प्रश्न:
- प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए? प्रेगनेंसी के दौरान मां को नियमित अंतरालों में पानी पीना अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि बच्चे को गर्भ में पानी की कमी नहीं हो। इससे बच्चे को कई सारी समस्याएँ आने से बचाया जा सकता है।
- प्रेग्नेंसी के दौरान दूध का सेवन क्यों जरूरी है? प्रेग्नेंसी के समय मां को दूध का नियमित सेवन करना चाहिए ताकि बच्चे का विकास ठीक से हो सके। दूध में बादाम मिलाकर पीने से भी गर्भवती महिला के लिए फायदेमंद होता है।
- कठोल का सेवन क्यों जरूरी है? गर्भावस्था के दौरान रात को कठोल भिगोकर सुबह खाने से बच्चे और मां के लिए इससे बहुत लाभ होता है। कठोल में बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास को तेजी से बढ़ावा मिलता है।
- बच्चे विकलांग क्यों होते हैं? बच्चे विकलांग हो सकते हैं क्योंकि कैल्शियम और विटामिन D की कमी उनके विकास को प्रभावित कर सकती है, और गर्भावस्था के दौरान की गई ग़लतियों के कारण भी विकलांगता हो सकती है।
- बच्चे की धड़कन कब आती है? महिला जब गर्भवती होती है, तो बच्चे की धड़कन छह सप्ताह के बाद सुनाई देती है।
- नवजात शिशु की धड़कन कितनी होती है? नवजात शिशु की धड़कन जन्म के समय 130 से 150 के बीच होती है, और बाद में 118 के आस-पास हो जाती है।
- गर्भ में सबसे पहले किसका निर्माण होता है? गर्भ में सबसे पहले रीढ़ की हड्डी, मस्तिष्क और शरीर के अन्य अंगों का निर्माण होता है, और फिर उनका विकास होता है।
- प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए? प्रेगनेंसी में हरा सब्ज़ी, फल, कठोल और पौष्टिक आहार समय पर लेना चाहिए और खाना खाना चाहिए।
यह एक सुझाव है जो इंटरनेट से प्राप्त किया गया है। किसी भी प्रकार की जानकारी या उपचार के लिए बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लें।