जब पति आप पर ध्यान नहीं देता कि क्या करना है – हमारे संबंध हमारे जीवन में महत्वपूर्ण होते हैं, और यदि हमारे पार्टनर को हमारी फीलिंग्स की कद्र नहीं होती, तो यह हमें दुखी कर सकता है। इस लेख में, हम कुछ तरीके बता रहे हैं जिन्हें आप अपने पति के साथ बेहतर संबंध बनाने के लिए अपना सकते हैं।
पति को नहीं है आपकी फीलिंग की कद्र तो ये तरीके जरूर अपनाएं
अगर आपको भी लगता है कि आपके पार्टनर आपकी फीलिंग्स की कद्र नहीं कर रहे हैं तो आपको ये टिप्स जरूर फॉलो करनी चाहिए।
पति-पत्नी का रिश्ता बिना साझेदारी के खूबसूरत होता है, लेकिन कभी-कभी यह हो सकता है कि इस रिश्ते में एक-तरफा भावनाओं का साम्रगी होना समस्या बन सकता है। अगर एक पार्टनर अपने भावनात्मक जवाबों को दूसरे के साथ बाँधता है और दूसरा पार्टनर ऐसा नहीं करता है, तो रिश्ते को संभालना कठिन हो सकता है। इसलिए, जब आपका पार्टनर आपकी भावनाओं को समझने में सक्षम नहीं होता, तो इसका आपको बुरा लग सकता है, और यह आपके रिश्ते को प्रभावित कर सकता है।
कभी-कभी, रिश्तों में यह देखा जाता है कि एक पार्टनर भावनाओं के साम्रगी होता है, लेकिन दूसरा पार्टनर इसमें सक्षम नहीं होता। ऐसे स्थितियों में रिश्ते में अकेलापन की भावना आ सकती है, जिसे हम सामर्थ्य में खो देते हैं, लेकिन यह समस्या संघर्षित हो सकती है। इस लेख में, हम आपको कुछ सुझाव देंगे कि जब आपका पार्टनर अकेलापन का सामना कर रहा हो, तो आप कैसे समझ सकते हैं और सहयोग कर सकते हैं।
- संवाद करें: पार्टनर से खुले मन से बातचीत करें। उनसे उनकी भावनाओं और चिंताओं के बारे में बात करने के लिए समय निकालें।
- उनकी भावनाओं का समर्थन करें: यदि आपका पार्टनर किसी चीज के लिए परेशान है या दुखी है, तो उनकी भावनाओं का समर्थन करें। उन्हें यह जानने के लिए मिल जाएं कि आप उनके साथ हैं और उनका साथ देंगे।
- सहयोग प्रदान करें: अपने पार्टनर को उनके अकेलापन का सामना करते समय सहयोग करें। उनके साथ समय बिताने का प्रयास करें और उन्हें अपना साथ महसूस कराएं।
- सामाजिक संज्ञान दिलाएं: आपके पार्टनर को यह जानने में मदद मिल सकती है कि वे अकेलापन का सामना कर रहे हैं और यह एक सामाजिक समस्या नहीं है।
- संबंध को मजबूत बनाएं: आप और आपका पार्टनर मिलकर अपने संबंधों को मजबूत बनाने के लिए कई गतिविधियों में भाग ले सकते हैं, जैसे कि एक साथ यात्रा करना, एक साथ खाना खाना, या साथ ही रोमांटिक मूवी देखना।
- संवाद करें: एक-दूसरे के साथ संवाद करना सबसे महत्वपूर्ण होता है। अपने भावनाओं और चिंताओं को साझा करें और अपने पार्टनर के भी जवाब को सुनें।
- समय बिताएं: अपने पार्टनर के साथ गुजरे समय को महत्वपूर्ण बनाएं। एक-दूसरे के साथ समय बिताने से आपके रिश्ते में गहराई आ सकती है।
- सराहना करें: अपने पार्टनर की सराहना करना और उनके साथ उनकी उपलब्धियों को महसूस करना उन्हें खुश और महत्वपूर्ण महसूस करवा सकता है।
- सहयोग करें: अपने पार्टनर के लक्ष्यों और चुनौतियों में सहयोग करें। उनके सपनों को पूरा करने में मदद करना आपके रिश्ते को मजबूत बना सकता है।
- प्रेम और स्नेह: अपने पार्टनर के प्रति प्रेम और स्नेह दिखाना किसी रिश्ते के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह आपके रिश्ते को गहरा और अधिक मजबूत बना सकता है।
ध्यान दें कि हर किसी की स्थिति अलग होती है, और यह सुझाव आपके रिश्ते को सुधारने के लिए एक प्रारंभिक मार्गदर्शन हैं। यदि आपका पार्टनर अकेलापन का सामना कर रहा है, तो उनके साथ सहयोगी बनने का प्रयास करने के साथ ही, आपको भी खुद के आप को समझने और समाधान खोजने का समय देना चाहिए।
अगर आपके रिश्ते में भी ऐसा हो रहा है, तो आपको कुछ बातों का ध्यान देने की जरूरत हो सकती है और खुद से कुछ सवाल पूछने की आवश्यकता हो सकती है, जैसे –
- क्या आपके रिश्ते में शुरूआत से ही आपने अकेलापन को महसूस किया था या यह नया दर्द है?
- क्या किसी घटना के कारण आपका रिश्ता बिगड़ गया है?
- क्या सिर्फ आपके पार्टनर के स्वभाव में बदलाव हुआ है, या फिर आपके स्वभाव में भी कोई बदलाव आया है?
- क्या आप अपने पार्टनर के साथ किसी अलग तरीके से व्यवहार करने लगे हैं?
- क्या रिश्ते में अलगाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है?
ये सभी सवाल आपको यह समझने में मदद कर सकते हैं कि आपके रिश्ते में कहां से समस्याएँ आने लगी हैं, और उन्हें सुलझाने का तरीका खोजने में मदद मिल सकता है।
अगर पार्टनर नहीं देता इमोशनली ध्यान तो क्या करें? अब हम इस समस्या के समाधान के बारे में बात करें। यदि आपका पार्टनर वाकई आप पर ध्यान नहीं देता है या फिर वह इमोशनल नहीं है और आपको रिश्ते में अकेलापन महसूस हो रहा है, तो निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं –
- पार्टनर को अपनी बात समझाएं: हो सकता है कि आपका पार्टनर सिर्फ आपकी बातों को नहीं समझ पा रहा है। आपको उसे समझाएं कि आपको किस चीज़ से बुरा लगता है। उसे सिर्फ गेस करने के लिए नहीं छोड़ें। यह महत्वपूर्ण है कि आप उसे समझाएं कि आपको कौन सी चीज़ें अच्छी लगती हैं और कौन सी नहीं। रिश्ते में बात करने से काफी कुछ हल हो सकता है।
- शिकायती टोन बिल्कुल बदल दें: किसी को भी हर वक्त शिकायत सुनना अच्छा नहीं लगता है। अगर आप हमेशा सिर्फ शिकायत ही करती रहेंगी तो पार्टनर का ध्यान आपकी तरफ से हटेगा ही। अगर आपको अपनी बात समझानी है तो भी लड़ने और शिकायत करने की जगह आराम से पार्टनर को समझाएं। आप टीचर या हेडमास्टर की तरह हमेशा शिकायत करेंगी तो ये गलत होगा।
- रिश्ते में बदलाव की जगह बनाए रखें: अगर आपका रिश्ता ठीक नहीं है तो उसे ठीक करने की जगह हमेशा रखनी चाहिए। ये जरूरी नहीं कि समस्या बहुत बड़ी हो। आपको बदलाव का मौका खुद को भी देना चाहिए और पार्टनर को भी देना चाहिए। रिश्ते को सुलझाने के लिए छोटे-छोटे कदम उठाएं। ध्यान रखें कि अगर आपको आपकी भावनाओं की कद्र करवानी है तो पार्टनर की भावनाओं की कद्र भी करनी होगी।
- इंटिमेसी पर ध्यान दें: यहां इमोशनल इंटिमेसी और फिजिकल इंटिमेसी दोनों की ही बात हो रही है। आपके रिश्ते में दोनों की ही कमी नहीं होनी चाहिए। कई बार थोड़ा सा लगाव रिश्ते की समस्या को सुलझा सकता है।
कपल थेरेपी ट्राई करें: अगर आपको लग रहा है कि रिश्ते में कुछ भी नहीं सुधर रहा है तो आपको थेरेपी जैसी चीज़ें भी ट्राई करनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि कपल थेरेपी कई बार आपकी स्थिति को बेहतर बनाने का काम कर सकती है। कई बार अपने रिश्ते की जो समस्या हम खुद नहीं समझ पाते हैं वो कोई और समझ लेता है।
अगर इसके बाद भी रिश्ते में कोई सुधार नहीं हो रहा है: तो आपको किसी एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए। किसी रिश्ते में भावनात्मक जुड़ाव बहुत जरूरी होता है ताकि वो पूरी जिंदगी साथ निभा सके। इस मामले में आपकी क्या राय है इसके बारे में हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।